कैबिनेट मीटिंग, बंधक बनने का प्रस्ताव, कंधार हाईजैक का क्या है ममता कनेक्शन?


 यशवंत सिन्हा ने कहा था कि देश के लिए जो भी कुर्बानी देनी पड़ेगी तो वो देंगी। ममता ने कहा था आतंकी यात्रियों को छोड़ दें, मैं बंधक बनने को तैयार हूं। ममता ने कहा था कि अगर उन्हें आतंकियों के सामने जाना पड़े तो वो जाने को तैयार हैं।

यशवंत सिन्हा आज तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए। टीएमसी कार्यालय पर सिन्हा ने पार्टी की सदस्यता ली। 1999 के कंधार विमान अपहरण कांड पर यशवंत सिन्हा ने बड़ा दावा किया है। उन्होंने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की तारीफ करते हुए कहा कि यात्रियों की रिहाई के लिए बंधक बनने को ममता बनर्जी तैयार थी। कैबिनेटकी मीटिंग में ममता बनर्जी ने प्रस्ताव दिया था। यशवंत सिन्हा ने कहा था कि देश के लिए जो भी कुर्बानी देनी पड़ेगी तो वो देंगी। ममता ने कहा था आतंकी यात्रियों को छोड़ दें, मैं बंधक बनने को तैयार हूं। ममता ने कहा था कि अगर उन्हें आतंकियों के सामने जाना पड़े तो वो जाने को तैयार हैं और यात्रियों को छोड़ने की एवज में बंधक बनने के लिए भी तैयार हैं। 

कंधार की कहानी


24 दिसंबर 1999 को नेपाल से उड़े इंडियन एयरलाइंस के विमान IC 814 के अपहरण कर लिया गया था। विमान पर कुल 180 लोग सवार थे। तत्कालीन एनडीए सरकार को यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चत करने के लिए तीन आतंकवादियों को कंधार ले जाकर रिहा करना पड़ा था। तत्कालीन अटल बिहारी वाजपेयी सरकार के विदेश मंत्री जसवंत सिंह खुद तीन आतंकवादियों को अपने साथ कंधार ले गए थे। छोड़े गए आतंकवादियों में जैश-ए -मोहम्मद के प्रमुख मौलाना मसूद अजहर, अहमद जरगर और शेख अहमद उमर सईद शामिल थे। 31 दिसंबर को सरकार और अपहरणकर्ताओं के बीच समझौते के बाद दक्षिणी अफगानिस्तान के कंधार एयरपोर्ट पर अगवा रखे गए सभी 155 बंधकों को रिहा कर दिया गया।